ट्रम्प के झूठ से अपने भी परेशान, अटाॅर्नी जनरल बोले-वे फिजूल के बयान-ट्वीट बंद करें तो हम कुछ काम करें https://ift.tt/31US7l3

वॉशिंगटन (कैटी बेनर). अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेतुकी बयानबाजी और लगातार ट्वीट करने की आदत से अब उनके करीबी भी परेशान होने लगे हैं। गुरुवार को अटाॅर्नी जनरल विलियम बिल बर्र भी भड़क उठे। बोले- अगर राष्ट्रपति ट्रम्पबेतुके ट्वीट करना बंद करें तो हम कुछ काम कर सकेंगे। उन्होंने ट्रम्प पर न्याय विभाग के काम में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्रपति के ट्वीट उनके काम में मुश्किलें पैदा कर रहे हैं।

मुझे उनके ट्वीट्स से परेशानी होती है : विलियम बिल बर्र

बर्र बोले- मुझे उनके ट्वीट्स से अक्सर परेशानी होती है। उनके लगातार फिजूल के तर्कों काे दिमाग में रखते हुए मैं काम नहीं कर सकता। मुझे लगता है कि उन्हें अब न्याय विभाग के आपराधिक मामलों के बारे में ट्वीट करना बंद कर देना चाहिए। बर्र का इंटरव्यू ऐसे समय में आया है, जब ट्रम्प पर पूर्व सलाहकार राेजर स्टोन की सिफारिश में हेरफेर का आरोप लग रहा है।इसके चलते न्याय विभाग के चार अभियोजकों को इस्तीफा देना पड़ा था। बर्र ही एकमात्र शख्स हैं, जो ट्रम्प के बचाव के सबसे बड़े सूत्रधार हैं। वे अगले महीने कांग्रेस में गवाही देंगे। वे स्टोन के लिए कम सजा की मांग कर रहे हैं।पहले उनसे जब पूछा गया था कि क्या ट्रम्प आपके काम में हस्तक्षेप कर रहे हैं, तो उन्होंने इनकार किया था। लेकिन अब वे खुद उन पर दखल का आरोप लगा रहे हैं। इसके चलते अमेरिकी सदन के डेमोक्रेट्स सदस्यों ने ट्रम्प के खिलाफ कड़ा रुख अपना लिया है।

बर्र को समन भेजने के प्रस्ताव पर वोटिंग

मंगलवार को ट्रम्प के दो सहयोगियों बर्र और व्हाइट हाउस के पूर्व वकील मैकहन समेत सभी वफादारों को समन भेजने के प्रस्ताव पर वोटिंग की गई थी। मतदान में 229 में से 191 वोट प्रस्ताव के पक्ष में पड़े। प्रस्ताव के अनुसार न्यायपालिका समिति को दस्तावेजों और गवाही के आधार पर बर्र और मैकहन के खिलाफ अदालत में जाने का अधिकार होगा। विपक्षी ट्रम्प के साथ मैकहन और बर्र को घेरना चाहते हैं, क्योंकि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प के लिए जीत की जमीन यही दोनों तैयार करेंगे। ये दोनों उनकी टीम का हिस्सा हैं। बीते साल ट्रम्प ने बर्र को एजी नियुक्त किया था।

ट्रम्प ने 827 दिन में 10 हजार झूठ बोले, पेंटागन ने उनका बयान पलटा

ट्रम्प को विपक्षी झूठ का पुलिंदा कहते हंै। उन्होंने ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद कहा था- युद्ध के अपडेट्स के लिए उनका ट्विटर देखते रहें। पेंटागन ने उलट बयान दिया। हाल में नाटो मीटिंग में भी उन्होंने 21 बार झूठे दावे किए। राष्ट्रपति कार्यकाल के दूसरे साल में ट्रम्प ने 827 दिन में 10 हजार झूठ बोले। पहले पांच हजार 601 दिन में, फिर इसकी रफ्तार 3 गुना बढ़ गई।



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